तन्हा तन्हा हम…
तन्हा तन्हा हम रो लेंगे महफ़िल महफ़िल गायेंगे;
जब तक आँसू पास रहेंगे तब तक गीत सुनायेंगे;
तुम जो सोचो वो तुम जानो हम तो अपनी कहते हैं;
देर न करना घर जाने में वरना घर खो जायेंगे;
बच्चों के छोटे हाथों को चाँद सितारे छूने दो;
चार किताबें पढ़ कर वो भी हम जैसे हो जायेंगे;
किन राहों से दूर है मंज़िल कौन सा रस्ता आसाँ है;
हम जब थक कर रुक जायेंगे औरों को समझायेंगे;
अच्छी सूरत वाले सारे पत्थर-दिल हो मुम्किन है;
हम तो उस दिन राए देंगे जिस दिन धोका खायेंगे।