100 शायरी …..एन्जॉय
(1)
मोहब्बत मुझे थी उसी से..सनम.
यादो में यह दिल तड़पता रहा ..
मौत भी मेरी चाहत को रोक न सकी..
कब्र में भी यह दिल धड़कता रहा.
(2)
तुम्हारी इस अदा का क्या जवाब दू,
अपने दोस्त को क्या उपहार दू,
कोई अच्छा सा फूल होता तो माली से
मंगवाता,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दू…
(3)
आपकी मुस्कराहट ने हमें बेहोश कर
दिया,
आपकी मुस्कराहट ने हमें बेहोश कर
दिया,
हम होश में आने ही वाले थे,
की आपने फिर से मुस्कुरा दिया.
(4)
बिना दर्द के आंसू बहाये नहीं जाते,
बिना प्यार के रिश्ते निभाए नहीं जाते,
ऐ दोस्त 1 बात याद रखना बिना दिल दिए
दिल पाये भी नहीं जाते.
(5)
मस्त नज़रों से देख लेना था
अगर तमन्ना थी आज़माने की,
हम तो बेहोश यू. ही हो जाते
क्या ज़रुरत थी मुस्कुराने की.
(6)
बड़ी मुद्दत से चाहा है तुझे,
बड़े दुआओं से पाया है तुझे,
तुझे भूलने की सोचो भी तो कैसे,
किस्मत की लकीरों से चुराया है तुझे!
(7)
एक नज़र तेरी कहर ढाती है,
एक तेरी चाल लहराती है,
दुआ देते हैं हम जब तू आती जाती है,
गिरतें हैं लोग और तू हस्ती जाती है…
(8)
ज़िन्दगी एक फूल है और मोहब्बत उस का
शहद
प्यार एक दरिया है, और मेहबूब उसकी
सरहद.
(9)
दिल को मानना गर होता आसान,
न करता किसी को यूँ ये परेशान,
तनहा न रहता भरी महफ़िल में,
न होती वह हालत जो हो न सके बयान.
(10)
तपिश सूरज की होती है, जलना ज़मीन को
परता है क़ुसूर आँखों का होता है,
तरप्ना दिल को परता है.
(11)
कोई आँखों आँखों से बात कर लेता है,
कोई आँखों आँखों में मुलाकात कर
लेता है,
मुश्किल होता है जवाब देना,
जब कोई खामोश रहकर भी सवाल कर लेता
है
(12)
किस्मत से अपनी सबको शिकायत क्यों है,
जो नहीं मिल सकता उसी से मोहब्बत क्यों है,
कितने खड़े है रहो पे,
फिर भी दिल को उसी की चाहत क्यों है.
(13)
चाँद की रातों में सारा जहाँ सोता है,
लेकिन किसी की यदून में कोई बदनसीब
रोता है,
खुद किसी को मोहब्बत पे फ़िदा न करे,
अगर करे तो किसी को जुड़ा न करे
(14)
खुदा जब हुस्न देता है नज़ाकत आए ही
जाती है,
कदम चुन चुन कर रखती हो…..
फिर भी कमर बलखा ही जाती है…..
(15)
यूँ दुर्र रहकर दूरियों को बढ़ाया नहीं
करते,
अपने दीवानो को सताया नहीं करते,
हर वक़्त बस जिसे तुम्हारा ख्याल हो,
उसे अपनी आवाज़ के लिए तड़पाया नहीं करते
(16)
ज़माने से नहीं तो तन्हाई से डरता हु,
प्यार से नहीं तो रुस्वाई से डरता हु,
मिलने की उमंग बहोत होती है दिल में,
लेकिन मिलने के बाद तेरी जुदाई से डरता हु
(17)
हम तेरे दिल में रहेंगे एक याद बनकर,
तेरे लैब प् खिलेंगे मुस्कान बनकर,
कभी हमें अपने से जुड़ा न समझना,
हम तेरे साथ चैलेंज आसमान बनकर
(18)
कुछ नशा तो आपकी बात का है
कुछ नशा तो धीमी बरसात का है
हमें आप युही शराबी न कहिये,
यह दिल पर असर तो आपसे मुलाक़ात का है
(19)
दिल से तुम्हे कैसे मिटा दे,
हम तुम्हे कैसे भूला दे.
जी तो चाहता है दुनिया चोर दे,
या फिर जुदाई देने वाले इन दुनिया वालो को
फोड़ दे.
(20)
यह मत पूछो तुम बिन हम क्या क्या खोते
रहे,
तुम्हारी यादों में हम रोज़ कितने रट
रहे,
न दिन गुजरे है न रातें,
बस कुछ बेचैन से हम होते रहे!
(21)
तुम्हारी लवली आँखों ने,
हमें ऐसे अत्त्रक्ट किया,
के सबको नेग्लेक्ट करके,
तुम्हे ही सेलेक्ट किया.
(22)
न खुद दिल बनता न किसीसे प्यार होता,
न किसीकी याद अति न किसीका इंतज़ार होता.
दिल दिया है इसे संभल के रखना,
शीशे से बना है पत्थर से दूर रखना!
(23)
अगर हम न होते तो ग़ज़ल कौन कहता,
आप के चेहरे को कमल को कहता,
यह तो करिश्मा है मोहब्बत का,
वार्ना पथरो को ताजमहल कौन कहता
(24)
चाहो तो दिल से हमको मिटता देना
चाहो तो हमको भुला देना
पर यह वडा करो की आये जो कभी याद
हमारी
तो रोना नहीं बस मुस्कुरा देना…
(25)
तरसती नज़रों की प्यास हो तुम,
तड़पते दिल की आस हो तुम,
बुजती ज़िन्दगी की सास हो तुम,
फिर कैसे न कहु?.. कुछ खास हो तुम.
(26)
आँखों में अरमान दिया करते है,
हम सबकी नींद चुरा लिया करते है,
अब से जब जब आपकी पलके झपकेगी…..
समाज लेना तब तब हम आपको याद किया
करते है…..!
(27)
सबने कहा इश्क़ दर्द है,
हमने कहा ये दर्द काबुल है,
सबने कहा इस दर्द के साथ जी नहीं पाओगे,
हमने कहा इस दर्द के साथ मारना काबुल
है
(28)
काश तुम मुझे एक खत लिख देते,
मुझमे क्या क्या थी कमी यह तो बता देते,
तड़पते दिल से मेरे तुमने नफरत क्यों की,
नफरत की ही मुझे कोई वजह तो बता देते.
(29)
रात होगी तो चाँद दुहाई देगा,
ख़्वाबों में आपको वह चेहरा दिखाई
देगा,
ये मोहब्बत है ज़रा सोचके करना,
एक आंसू भी गिरा तो सुनाई देगा.
(30)
इश्क़ वाले आँखों की बात समझ लेते है,
सपनो में मिल जाये तो मुलाकात समझ लेते
है,
रोता तो आसमा भी है प्यार क लिए,
पर लोग उसे बरसात समझ लेते है.
(31)
चेहरे पे हसीं चा जाती है
आँखों मैं सुरूर आए जाता है
जब तुम मुझे अपना कहते हो
अपने पे ग़ुरूर आ जाता है
(32)
खूब आती है जब
याद तेरी बहोत सताती है,
धुप मैं,छाँव मैं, घटाओ.न
मई.न,
तेरी सूरत उभर क आती है
(33)
तारे आसमान में ही चमकते है,
बदल इतने दूर है, फिर भी बरसते है,
हम भी कितने अजीब है,तुम दिल में रहते
हो,
और हम तुमसे मिलने को तरसते है
(34)
आसमान से ऊँचा कोई नहीं,
सागर से गहरा कोई नहीं,
यूँ तो मुझको सभी प्यारे है,
पर आपसे प्यारा कोई नहीं
(35)
आज उस खुद की शरारत समझ में आई,
इस धरती पर आपकी मौजूदगी समझ आई,
आपको इस धरती पर भेजना उस खुद का
बहन था,
क्यों की हमारे लिए आपको आना ही था.
(36)
किस्मत में जिसकी आप, उसे जिंदगी से क्या
चाहिए,
धड़कन में जिनकी आप, उसे दुनिआ से क्या
चाहिए,
हम तो जीते है आप क लिए, वरना इन
साँसों से क्या चाहिए.
(37)
काश दिल की आवाज़ में इतना असर हो जय,
हम आपको याद करें और आपको खबर हो
जय,
आज कूड़ा से इतनी ही दुआ है, आप जो भी
चाहो वो हक़ीक़त हो जय.
(38)
खुशबू तेरे प्यार की मुझे महका जाती है,
तेरी हर बात मुझे बहका जाती है,
साँसें तो बहुत देर लेती है आने जाने में,
हर सांस क पहले मुझे तेरी याद आती है.
(39)
पानी को पत्थर न मारो उसे भी कोई पिता
है,
जिन है तो मुस्कुराकर जियो, तुम्हे देखकर
कोई और भी जीता है.
(40)
किसी क धड़कते दिल क पीछे कोई बात होते
है,
किसी क उदास दिल क पीछे कोई याद होती है,
आप को पता हो या न हो,
आप क ख़ुशी क लिए कहीं रोज़ फरियाद होती
है.
(41)
जान है हमे जान से प्यारी,
जान क लिए छोड़ दू दुनिआ साडी
जान क लिए छोड़ दू रस्मे साडी,
अब तुमसे क्या छुपाना,
तुम ही तो हो जान हमारी.
(42)
तू क्या जाने क्या है तन्हाई,
इस टूटे हुए दिल से पूछ क्या है जुदाई,
बेवफाई का इलज़ाम न दे ज़ालिम,
इस वक़्त से पूछ किस वक़्त तेरी याद नहीं आई.
(43)
युहीं ही सपनो से दिल को लगाया करो,
किसी क ख़्वाबों में आया जाया करो,
जब भी दिल कहे की कोई तुम्हे भी मनाये,
बस हमें याद कर क रूत जाया करो.
(44)
मैंने खुद से एक दुआ मांगी,
दुआ में अपनी मौत मांगी,
खुद ने कहा मौत तो तुझे दे दूँ,
पर उसका क्या जिसने हर दुआ में तेरी जिंदगी
मांगी.
(45)
करते नहीं इज़हार
फिर क्यों करते हो तुम प्यार?
नज़रों से बाटे बहुत हुई
अब लैब से करो इकरार…
(46)
सुना है वक़्त के साथ हालत बदल जाते
हैं
इंसान बदल जाते हैं, जज़्बात बदल जाते
हैं
पर तुम न बदलोगे, ये ऐतबार करता हूँ
मैं तुमसे प्यार करता हूँ
मैं तुमसे प्यार करता हूँ
(47)
जाम पे जाम पीने से क्या फायदा,
रात गुज़री तो उत्तर जाएगी,
किसी की आँखों से पीयो खुद की कसम,
उम्र साड़ी नशे में गुज़र जाएगी.
(48)
वह ज़िन्दगी ही क्या जिसमे मोहब्बत नहीं,
वह मोहब्बत ही क्या जिसमे यादें नहीं,
वह यादें क्या जिसमे तुम नहीं,
और वह तुम ही क्या जिसके साथ हम नहीं.
(49)
हमने सोचा था की शायद, हम ही चाहते
है तुमको,
पर तुम्हे चाहने वाला तो काफिला निकला,
दिल ने कहा शिकायत कर खुद से,
पर खुद भी तेरा चाहने वाला निकला.
(50)
जब जब आपसे मिलने की उम्मीद नज़र आई…
मेरे पाँव में ज़ंजीर नज़र आई..
गिर पड़े आंसू आँख से…
और हर एक आंसू में आपकी तस्वीर नज़र
आई.
(51)
दिल के रिश्ते भी अजीब होते है..
दूर रह कर भी करीब होते है…
जो लोग आपको रोज़ देखते है..
वह लोग कितने खुशनसीब होते है..
(52)
चेहरे पे हसीं छ जाती है,
आँखों मैं सुरूर आए जाता है,
जब तुम मुझे अपना कहते हो,
अपने पे ग़ुरूर आ जाता है.
(53)
ज़िन्दगी जैसे एक सजा सी हो गए है,
गम के सागर में इस कदर खो गयी है,
तुम आजाओ वापिस यह गुजारिश है मेरी….
शायद मुझे तुम्हारी आदत सी होगयी है.
(54)
पानी का एक कटरा आँख से गिरा अभी अभी..
क्या तुम ने मुझको याद किया अभी अभी..
तुझ से मिले ज़माना हुआ मगर…
यूँ लगा कोई मुझसे मिल क गया अभी अभी..
(55)
शाम ढली, रात आई दिल धड़का – फिर
तुम्हारी याद आई,
आँखों ने महसूस किया उस हवा को – जो
तुम्हे चुकार हमारे पास आई.
(56)
याद में तेरी आहे भरता है कोई,
हर सांस क साथ तुझे याद करता है कोई,
मौत तो सचाई है आणि है…..
लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज़ मरता है
कोई….!
(57)
तम्मना से नहीं तन्हाई से डरते हैं,
प्यार से नहीं रुस्वाई से डरते हैं,
मिलने की तो बोहत चाहत है……..
पर मिलने क बाद जुदाई से डरते हैं
(58)
एहसास बहुत होगा जब छोर क जाएंगे,
रोएंगे बहुत मगर आंसू नहीं आएँगे,
जब साथ न दे कोई तो आवाज़ हमे देना
आसमान पैर भी होंगे तो लौट क आएँगे.
(59)
क्या मांगू खुद से तुम्हे पाने क बाद.
किसका करू इंतज़ार ज़िंदगी में तेरे आने क
बाद.
क्यों प्यार में जान लूटा देता है लोग…..
मुझे मालूम हुआ तुम्हे अपना बनाने क
बाद.
(60)
दिल तोडना हमारी आदत नहीं,
दिल हम किसी का दुखते नहीं,
भरोसा रखना मेरी वफाओं पे…..
दिल में बसा क हम किसी को भूलते नहीं..
(51)
दिल के रिश्ते भी अजीब होते है..
दूर रह कर भी करीब होते है…
जो लोग आपको रोज़ देखते है..
वह लोग कितने खुशनसीब होते है..
(52)
चेहरे पे हसीं छ जाती है,
आँखों मैं सुरूर आए जाता है,
जब तुम मुझे अपना कहते हो,
अपने पे ग़ुरूर आ जाता है.
(53)
ज़िन्दगी जैसे एक सजा सी हो गए है,
गम के सागर में इस कदर खो गयी है,
तुम आजाओ वापिस यह गुजारिश है मेरी….
शायद मुझे तुम्हारी आदत सी होगयी है.
(54)
पानी का एक कटरा आँख से गिरा अभी अभी..
क्या तुम ने मुझको याद किया अभी अभी..
तुझ से मिले ज़माना हुआ मगर…
यूँ लगा कोई मुझसे मिल क गया अभी अभी..
(55)
शाम ढली, रात आई दिल धड़का – फिर
तुम्हारी याद आई,
आँखों ने महसूस किया उस हवा को – जो
तुम्हे चुकार हमारे पास आई.
(56)
याद में तेरी आहे भरता है कोई,
हर सांस क साथ तुझे याद करता है कोई,
मौत तो सचाई है आणि है…..
लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज़ मरता है
कोई….!
(57)
तम्मना से नहीं तन्हाई से डरते हैं,
प्यार से नहीं रुस्वाई से डरते हैं,
मिलने की तो बोहत चाहत है……..
पर मिलने क बाद जुदाई से डरते हैं
(58)
एहसास बहुत होगा जब छोर क जाएंगे,
रोएंगे बहुत मगर आंसू नहीं आएँगे,
जब साथ न दे कोई तो आवाज़ हमे देना
आसमान पैर भी होंगे तो लौट क आएँगे.
(59)
क्या मांगू खुद से तुम्हे पाने क बाद.
किसका करू इंतज़ार ज़िंदगी में तेरे आने क
बाद.
क्यों प्यार में जान लूटा देता है लोग…..
मुझे मालूम हुआ तुम्हे अपना बनाने क
बाद.
(60)
दिल तोडना हमारी आदत नहीं,
दिल हम किसी का दुखते नहीं,
भरोसा रखना मेरी वफाओं पे…..
दिल में बसा क हम किसी को भूलते नहीं..
(61)
बंद होठों से कुछ न कहकर,
आँखों से प्यार जताते हो,
जब भी आते हो,
हमें हमसे ही चुरा ले जाते हो.
(62)
हमें इतना प्यार मत करना की,
दुनिया में मशहूर हो जाये
और न ही इतना बेवफा बनाना…..की
हम दुनिया को छोड़ने क लिए मजबूर हो
जाये.
(63)
कुछ नशा आपकी बात का है,
कुछ नशा धीमी बरसात का है,
हमें आप युही शराबी मत कहिये,
ये दिल पर असर आपसे पहली मुलाकात का
है…
(64)
निगाहें आपकी पहचान है हमारी,
मुस्कराहट आपकी शान है हमारी,
करना हिफाज़त तुम अपनी…..
क्योँकि सांसे तुम्हारी जान हैं
हमारी…
(65)
सूरज पास हो न हो, रौशनी आसपास रहती
है,
चाँद पास हो न हो, चन्दिनी आसपास
रहती है,
वैसे ही आप पास हो न हो,
आपकी यादें हमेशा पास रहती है…..!
(67)
कोई गिला न कोई शिकवा रहे आपसे
ये आरज़ू है एक सिलसिला बना रहे आप से
बस एक बात की उम्मीद है आपसे
खफा न होना अगर हम खफा रहें आप
से.
(68)
मोहब्बत करो तू धोका न देना,
प्यार को आंसुओ का तोहफा न देना,
दिल से रोए कोई आपकी याद में…..
ऐसा किसी को मौक़ा न देना.
(69)
आँखों में अरमान दिया करते है हम.
सबकी नींद चुरा लिया करते है हम.
अब से जब जब आपकी पलके झपहकेंगी.
समझ लेना तब तब आपको याद किया करते
है हम.
(70)
ग सकु आपका नगमा वो साज़ कहा से लौ,
सुना सकु कुछ आपको, वो अंदाज़ कहा से
लौ,
यु तो चाँद तारो की तारीफ करना आसान है,,
कर सकु आपकी तारीफ वो अल्फ़ाज़ कहा से
लौ…..!
(71)
ऐ ज़िन्दगी यु मुझसे दगा न कर,
मई ज़िंदा राहु ये दुआ न कर….
कोई छूटा है तुझे तो होती है जलन……
ऐ हवा तू भी उसे छुआ न कर….
(72)
लोग कहते हैं की इश्क़ इतना मत करो,
की हुसैन सर पे सवार हो जाए…..!
हम कहते है की इश्क़ इतना करो,
की पत्थर दिल को भी तुमसे प्यार हो जाये..!
(73)
तलाश करो कोई तुम्हे मिल जायेगा,
मगर हमारी तरह तुम्हे कौन चाहेगा,
ज़रूर कोई चाहत की नज़र से तुम्हे
देखेगा…..
मगर आँखें हमारी कहाँ से लाएगा…..!
(74)
रात को रात का तोहफा नहीं देते,
दिल को जज़्बात का तोहफा नहीं देते,
हम तू तुम्हे चाँद भी दे देते…..
मगर चाँद को चाँद का तोहफा नहीं
देते…..!
(75)
तमना खुच भी नहीं
एक तेरे दीदार क बिना,
ज़िन्दगी अधूरी है मेरी
तेरे प्यार क बिना.
(76)
बड़ा अरमान था तेरे संग जीवन बिताने
का,
शिकवा है तो बस तेरे खामोश रह जाने
का,
दीवानगी इस से बाद कर क्या होगी,
आज भी हमे इन्तिज़ार है तेरे आने का.
(77)
हम आप को कभी खोने नहीं देंगे,
जुड़ा होना चाहा तो भी होने नहीं देंगे,
चांदनी रातों में आएगी मेरी याद…..
मेरी याद क वो पल आप को सोने नहीं
देंगे.
(78)
हम ने हेर शाम चिरागो से सजा राखी
है,
पर शर्त हवाओं से लगा राखी है,
न जाने किस गली से आ जाए मेरा सनम…..
हम ने हेर गली फूलों से सजा राखी है.
(79)
हसरत है सिर्फ तुम्हे पाने की,
और कोई ख़्वाहिश नहीं इस दीवाने की,
शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुद से है…..
क्या ज़रूरत थी तुम्हे इतना खूबसूरत
बनाने की.
(80)
खुद ने जब तुम्हे बनाया होगा,
हजारो साल देखा होगा, लाखो साल निहारा
होगा,
फिर उसने सोचा होगा तुम्हे स्वर्ग मैं
रख लू…..
लेकिन उसे मेरा ख्याल आया होगा…..!
(81)
नज़रो से शुरू होता है प्यार,
दो दिलो में एक साथ पनपता है प्यार,
जो मुमकिन नहीं है करना इस दुनिया में,
ऐसे नामुमकिन काम भी कर दिखता है
प्यार.
(82)
मौत पे भी मुझे यकीन है
तुम पैर भी ऐतबार है,
देखना है पहले कौन आता है
हमें दोनों का इन्तिज़ार है.
(83)
तुम हंसती हो मुझे हँसाने क लिए,
तुम रोटी हो मुझे रुलाने क लिए,
तुम एक बार रूठकर तो देखो…..
मर भी जाऊंगा तुम्हें मानाने क लिए.
(84)
याद करते हैं तुम्हें तन्हाई में,
दिल डूबा है गमो की गहरायी में,
हमें मत ढूंढ़ना दुनिआ की भीड़
में,
हम मिलेंगे तुम्हें तुम्हारी परछाई
में.
(85)
ये दिल तेरे लिए बेकरार आज भी है,
मेरी आँख को तेरा इन्तिज़ार आज भी है,
तू आएगी ये उम्मीद है मुझे…..
तुझ को पाने क लिए ये तेरा दीवाना आज भी
है.
(86)
इश्क़ करना आसान नहीं होता,
दूरियां बढ़ने से प्यार काम नहीं होता,
वक़्त बेवक़्त हो जाती हैं आँखें नाम,
क्यों की यादों का कोई मौसम नहीं होता.
(87)
फूलो की तरह हंसती रहो,
कलियोँ की तरह मुस्कुराती रहो,
खुद से सिर्फ इतना मांगता हूँ…..
की तुम मुझे हमेशा याद आती रहो.
(88)
दुनिआ जिसे नींद कहती है,
जाने वो क्या चीज़ है,
आँखे तो हम भी बंद करते है….
पर वो आप से मिलने की तरकीब है.
(89)
मेरे चहरे की हंसी हो तुम,
मेरे दिल की हर ख़ुशी हो तुम,
मेरे होंठो की मुश्कान हो तुम,
धड़कता है मेरा ये दिल जिष्के लिए…..
वह मेरी जान तुम हो तुम.
(90)
कोई शाम आती है तुम्हारी याद लेकर,
कोई शाम जाती है तुम्हारी याद देकर,
मुझे थो उस शाम का इंतज़ार है,,,,,
जो आये तुम्हे साथ लेकर.
(91)
दिल की नाज़ुक धड़कनो को
मेरे सनम तुमने धड़कना सिख दिया
जब से मिला है तेरा प्यार दिल को
गम में भी मुस्कुराना सिख दिया.
(92)
तेरे चेहरे ने कुछ ऐसा गज़ब ढाया है,
की तेरे हुस्न से आज चाँद भी शरमाया
है,
मांग लेते तुझे आज उस खुद से,
पर वह भी आज तेरा गुलाम नज़र आया है!
(93)
वो दिन दिन नहीं, वो रात रात नहीं,
वो पल पल नहीं, जिस पल तेरी याद नहीं,
तेरी यादों से मौत हमें अलग कर सके,
मौत की भी ये औकात नहीं.
(94)
न गुजरना ईद क दिन किसी मस्जिद क पास से,
कहीं लोग चाँद समझ कर रोज न तोड़ दे,
होकर खफा खुद तुमसे कही…..
चाँद जैसे चेहरे बनाना न छोर दे.
(95)
तनहा खुद को कभी मत होने देना,
अपनों को कभी रोने मत देना,
आप बहुत ख़ास हैं हमारे लिए…..
इस ख़याल को अपने से कभी जुड़ा होने मत
देना…..!
(96)
हमारी हर खता पे नाराज़ न होना,
अपनी प्यारी च मुस्कराहट को कभी न
खोना,
सुकून मिलता हैं देख कर आपकी
मुस्कराहट,
हमे मौत भी आये तो भी मत रोना.
(97)
लैब खामोश हैं आँखों से बात होती
है,
ऐसे ही मोहब्बत की शुरुवात होती है…..
तेरे ही ख्यालों में खोये रहते है हम,
पता नहीं कब दिन कब रात होती है….
(98)
आँखों में रहने वाले को याद नहीं
करते,
दिल में रहने वाले की बात नहीं करते,
हमारी तो रूह में बस गए हो आप,
तभी तो मिलने की फरियाद नहीं करते…..!
(99)
आँखों की गहराई को समझ नहीं पाते,
होठ हे मगर कुछ हम कह नहीं पाते,
अपनी दिल की बात किस तरह कहे तुमसे,
तुम वही हो जिनके बिना हम रह नहीं
पाते.
(100)
महकती बहारो में तुम्हे फूलों की
तरह देखा है,
बरसते सावन में तुम्हे बूँदो की तरह
देखा है,
सजा रखे है जो ख्वाब अपनी ज़िन्दगी की
रहो में,
उन रहो में तुम्हे अपनी दुल्हन बने
देखा ह।